अगर आप बजट न हो होने के कारण घुमने - फिरने नहीं जा रहे तो अब आपको उसकी टैशन नही अब मात्र 1500 में आप मैक्लोडगंज-धर्मशाला मैं घुम सकते हैं!
कहा स्थिति हैं मैक्लोडगंज
मैक्लोडगंज हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले मैं है यह चंडीगढ़ से लगभग 240 किलोमीटर दुर हैं! और धर्मशाला से 10 किलोमीटर दुर स्थिति हैं!
: कैसे पहुंचे मैकलोड़ गंज
मैकलोड़ गंज पहुंचने के लिए सबसे पहले चंडीगढ़ 43 बस स्टैंड से धर्मशाला के लिए बस लेनी होगी जिसका किराया धर्मशाला तक करीब ₹450 और धर्मशाला के लिए चंडीगढ़ 43 से बस स्टैंड से बस रात को 12:00 बजे चलती है वैसे तो चलती रहती है लेकिन मैं रात को 12:00 बजे चला वह बस आपको सुबह करीब 5:00 बजे धर्मशाला पहुंचा दे देगी! उसके बाद धर्मशाला पहुंचकर बहुत से शेयरिंग जब चलती है उसने आप जा सकते धर्मशाला से निकलकर तक का किराया ₹20 उसके बाद आप अगले करीब 20 से 25 मिनट में पहुंच जाएंगे!
मकरोल गंज में होटल कितने बजट में मिल सकता है
मकरोल गंज में होटल फिलहाल पर्यटक ना आने के कारण काफी खाली पड़े हुए हैं अच्छे से अच्छा होटल बजट में मिल जाता हमने बहुत अच्छा होटल 2 दिन के लिए ₹500 में रूम मिल गया और जो काफी बजटेड था जिसमें में LED attach Latin bathroom aur acchi balko थी होटल की लोकेशन भी सही थी!
मकरोल गंज में कहां-कहां घूमे
दलाई लामा मंदिर
यह होटल सिंह करीब 1 किलोमीटर दूरी पर था दलाईलामा लेकिन करोना के कारण यह बंद था इससे कुछ दुरी पर बौद्धिक मंदिर मदिर थायहां पर आकर काफी अच्छा लगा यहां पर एक घुमाने के लिए चक्कर सा था जिसके बारे में कहा जाता है कि इस को घुमाने से नेगेटिव एनर्जी बाहर निकल जाते है!
भागसुनाग मंदिर
: यह मंदिर पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है यह काफी पुराना है भागसुनाथ मंदिर मैकलोडगंज का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है मंदिर जो सुंदर ताल और हरियाली से घिरा हुआ है। यह मंदिर मैकलोडगंज से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भागसुनाग मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जिसको देखने आप अपनी मैकलोडगंज की यात्रा के दौरान जा सकते हैं। इस मंदिर का निर्माण राजा भागसू द्वारा भगवान शिव और स्थानीय देवता भागसू नाग के समर्पण में बनाया गया था। भागसुनाथ मंदिर समुद्र तल से 1770 मीटर की ऊंचाई पर स्थित और यहां साल भर बड़ी संख्या में भक्त और पर्यटक आते हैं।
मदिर के परागन में स्विमिंग भी हैं जिसमें आप नाहकर अपनी थकान उतार सकते हैं करोना के कारण अभी ये खाली था पूल खाली था! भागसू
फॉल्स
भागसू फॉल्स मक्लिओडगंज से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है। भागसुनाथ मंदिर जगह से आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित है मदिर के परागन में भी जिसमें आप नाहकर अपनी थकान उतार सकते हैं करोना के हैं आधा किलोमीटर के रास्ते में करीब 100 मीटर का रास्ता बहुत ही खतरनाक हैं मैं भी खाई में गिरते.2 बचा था वहा पर पानी काफी ठडा हैं पैर भिगोने भी बहुत मुश्किल हैं
मैक्लोडगंज के आसपास और बहुत सारे पर्यटक स्थल हैं अभी कोरोना के कारण ज्यादरतर बंद थे ! मैकलोडगंज में स्थानीय भोजन
वैसे तो में खाना मंहगा होता हैं लेकिन अबकि बार सस्ता था 50 रू में सयोबिन का पराठा खाने से शाम को खाने की जरूरत पडती हैं 250 रू में एक दिन का खाना आराम से हो जाता हैं वही थिपुं यहा की फेमस डिस थी जो सर्दी से बचाती हैं जिसकी कीमत 130 रू हैं जो हमने भी ली 1 यहा आकर आपको लगेगा विदेशों जैसी फीलिग आएगी और ल्हासा नजदीक होने से वहा की फिलिग मिलेगी अपने तिब्बती मठों और प्रार्थना पहियों के साथ मैक्लोडगंज, धर्मशाला क्षेत्र का ऊपरी हिस्सा है, जो तिब्बती और बौद्ध संस्कृति के मिश्रण को प्रदर्शित करता है। यहां पर आप शांतिपूर्ण तिब्बती मठ में आकर अपने मन को शांत कर सकते हैं और ध्यान लगाकर अपनी अंतरात्मा को जान सकते हैं। अपनी यात्रा के दौरान आप कई तिब्बती व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं और मैकलोडगंज बाजार से प्रामाणिक तिब्बती स्मृति चिन्ह खरीदकर अपने साथ ले जा सकते हैं।
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