भूपेंद्र हुड्डा , किरण चौधरी ,रणदीप सुरजेवाला ,अभय सिंह चौटाला अब किसान नेता होने का दावा कर रहे हैं तो कल किसानों के साथ रैली स्थल पर क्यों नही गए?
या सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने के लिए अब हुँकार भर रहे हैं?
जब दुष्यंत चौटाला जी ने रैली दिवस से पहले यह स्पष्ट कर दिया था कि ना तो धान की खरीद रुकेगी,ना ही आने वाले समय में गेंहू की और ना ही मंडी व्यवस्था पर कोई प्रभाव पड़ेगा सरकार फसलों की प्रोक्योरमेंट प्रक्रिया MSP पर जारी रखेगी।
क्या राजनीतिक दलों द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र रचा किसानों को बरगलाना सही है?
इनेलो तो पहले से एक पर सिमट गयी है और दुष्यंत चौटाला के बढ़ते प्रभाव से कांग्रेस के जनाधार को गहरी चोट पहुंच रही है तो कांग्रेस बिलबिला रही है। क्या इन सबके बीच किसानों को षड्यंत्र की बू नहीं आ रही ?
जननायक जनता पार्टी किसानों पर हुए अत्याचार की कड़े शब्दों में निंदा करती है और यह विश्वास दिलाती है आपके हितों के रक्षा के लिए दुष्यंत चौटाला हमेशा खड़ा मिलेगा और केंद्र तक आपकी आवाज को पहुंचाने का काम करेगा।
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