विभिन्न विभागों में हारट्रोन के माध्यम से सेवाएं दे रहे आई.टी. प्रोफेशनल में पिछले 4 सालों से वेतन वृद्धि न होने के कारण सरकार के प्रति काफी नाराजगी है। हर 3 साल बाद हारट्रोन कर्मचारियों की वेतन वृद्धि होती है जोकि जुलाई 2016 में हुई थी औऱ जुलाई 2019 में दोबारा होनी थी परंतु 1 साल से भी ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद अब तक भी नही हुई है। मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारीगण से मिलने पर भी आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला।
हारट्रोन कर्मचारी मनोज,कवित, रूपकिशोर, सपना, प्रवीन और अमित शर्मा का कहना है कि हारट्रोन कर्मचारियों को बैकडोर एंट्री माना जाता है लेकिन हारट्रोन एक गवर्नमेंट अंडरटेकिंग ऑर्गनाइजेशन है जोकि हारट्रोन कर्मचारियों का पद के अनुसार ऑनलाइन, टाइपिंग और प्रोग्रामिंग टेस्ट लेकर एक सुनिश्चित प्रकिया से उनके रैंक के अनुसार प्रदेश के अलग-अलग विभागों, बोर्डो व कॉरपोरेसन में नियुक्त करता है इसलिए हारट्रोन कर्मी बैकडोर एंट्री कैसे हो सकते हैं हारट्रोन कर्मचारियों की मांग है कि जल्द से जल्द हमारी वेतन वृद्धि हो और कई सालों से सेवाएं देने के बाद भी कोई सर्विस सुरक्षा प्रदान नही की गई है। अतः हमें सर्विस सुरक्षा प्रदान कर हमारे भविष्य को सुरक्षित किया जाए।
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