सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के बावजूद दुष्यंत चौटाला ने नहीं बदलने दिया अपना कार्यक्रम।
चंडीगढ़ - किसान आंदोलन और ट्रैक्टर परेड के चलते जब मुख्यमंत्री समेत ज्यादातर मंत्रियों के ध्वज फहराने के कार्यक्रमों में बदलाव हो रहा था तो हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने अपना कार्यक्रम बदलवाने से साफ मना कर दिया। जब सुरक्षा एजेंसियों ने आंदोलन के चलते उपमुख्यमंत्री जी से अम्बाला जिले से कार्यक्रम बदलने की गुहार की तो दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वो जनता की बदौलत ही उपमुख्यमंत्री है और किसानों और जवानों का प्रतिनिधित्व करते हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वो किसी भी कीमत पर हरियाणा की जनता से दूर नहीं जा सकते। उन्होंने कहा वो किसानों के मुद्दे को अच्छे से समझते है और सदन एवं सरकार में उनकी पैरवी करते हैं। हरियाणा के युवा उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है जिसको वो किसानों के साथ मनाना पसंद करेंगे।
गौरतलब है कि दुष्यंत चौटाला की गिनती ना डरने और जनता के बीच रहने वाले नेताओं में होती है। 2019 के विधानसभा चुनाव में जब हार के डर से उनको पिछली विधानसभा उचाना छोड़कर अन्य नई विधानसभा से चुनाव लड़ने की सलाह दी गई तो तब भी वो पीछे नहीं हटे और कद्दावर नेता को हराकर भारी मतों से जीत हासिल की। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उनको हिसार लोकसभा छोड़कर अन्य जगह से चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया था। इनेलो से निकाले जाने के समय भी वो मजबूती के साथ खड़े रहे थे और अलग पार्टी का गठन किया था। दुष्यंत चौटाला कहते है कि उन्होंने चौधरी देवीलाल जी से आगे बढ़ना सीखा है , वो हार जीत या अन्य किसी भी तरह के डर से पीछे नहीं हट सकते।
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