*दोनों हाथों में लड्डू लेकर घूम रहे पूर्व सीएम चौटाला* 
किसानों के सामने भाजपा का विरोध 
बंद कमरों में भाजपा के सहयोगियों से सियासी मुलाकात 
खुद के वजूद के लिए राजनीतिक शय तलाश रहे हैं चौटाला 
तीसरे मोर्चे के हवाई दावों के पीछे नीतीश कुमार के जरिए भाजपा से संर्पक साधने के प्रयास 
*दो धारी तलवार वाली पुरानी रणनीति* 
इनेलो हमेशा से ही दोगली राजनीति की परिचायक रही है 
SYL के मुद्दे पर जब एक तरफ हरियाणा में वोट मांगे जा जा रहे थे वहीं दूसरी तरफ प्रकाश सिंह बादल के साथ चौटाला के  राजनीतिक सम्बंध गगन चुम्ब रहे थे
इसके अलावा भी अनेक ऐसे उदाहरण रहे जहां इनेलो का बीजेपी के प्रति एकतरफा लगाव जन साझा हुआ 
कर्ण चौटाला के रंग बिरंगे बयान ने इनेलो की गिरगिट जैसी फितरत सबके सामने रखी थी
*ममता बनर्जी के समर्थन का दावा करने वाली इनेलो नाकामयाब*
प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया गया था ममता - चौटाला की मुलाकात का दावा
इससे कहीं ना कहीं ये सिद्ध हुआ है कि एक तरफ तीसरे मोर्चे की पैरवी करने वाले दल इनेलो से लगाव नहीं रखते और दूसरी तरफ चौटाला के राजनीतिक बयानों में कोई ताकत नहीं है